छत्तीसगढ़ के बीएडधारी सहायक शिक्षकों का दर्द: बेरोजगारी के साये में गुजरी होली
छत्तीसगढ़ के हजारों बीएडधारी सहायक शिक्षक इस बार होली की खुशियों से दूर रहे। “NO HOLI” लिखे पोस्टर के साथ उनका दर्द साफ झलक रहा था। सरकारी नौकरी से निकाले जाने के कारण ये शिक्षक मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से बुरी तरह टूट चुके हैं।
कोर्ट के फैसले के बाद वर्षों तक स्कूलों में सेवा देने वाले इन शिक्षकों को बेरोजगार कर दिया गया, जिससे उनके परिवारों की आजीविका खतरे में पड़ गई है। बच्चों की पढ़ाई रुकने की नौबत आ गई है, और घर चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसी स्थिति में त्योहार मनाना तो दूर, जीवनयापन भी कठिन हो गया है।
प्रभावित शिक्षकों ने सरकार से अपील की है कि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान निकाला जाए। वे चाहते हैं कि उनकी बहाली की जाए और उनकी मेहनत का सम्मान हो। जब तक सरकार उनकी आवाज नहीं सुनेगी, तब तक उनके लिए हर त्योहार बेरंग ही रहेगा।