राष्ट्रपति मुर्मू को रबर स्टाम्प बताकर विक्रांत भूरिया ने खड़ा किया विवाद, बीजेपी पर आदिवासी विरोधी होने का लगाया आरोप
रायपुर। देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान तेज हो गया है। इस बार आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने राष्ट्रपति मुर्मू को लेकर विवादित बयान देते हुए उन्हें “बीजेपी का रबर स्टाम्प” करार दिया है। छत्तीसगढ़ दौरे पर आए भूरिया के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
पांच दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे विक्रांत भूरिया ने मीडिया से चर्चा में कहा कि बीजेपी में आदिवासी नेताओं की स्थिति केवल प्रतीकात्मक होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने रबर स्टाम्प नेताओं को ही आदिवासी चेहरा बनाती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर में आदिवासियों के नरसंहार और छत्तीसगढ़ में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों पर राष्ट्रपति चुप्पी साधे रहती हैं।
भूरिया ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जैसे ही राज्य में आदिवासी मुख्यमंत्री बना, हसदेव जंगल की कटाई शुरू कर दी गई। अब तक एक लाख पेड़ काटे जा चुके हैं और दो लाख और पेड़ काटने की योजना है। यह आदिवासी हितों के खिलाफ एक बड़ा हमला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी में वही आदिवासी नेता आगे बढ़ते हैं, जो नेतृत्व के सुर में सुर मिलाते हैं। संघर्षशील और असली मुद्दों की बात करने वाले आदिवासियों की पार्टी में कोई जगह नहीं है।
विक्रांत भूरिया के इस बयान से बीजेपी और कांग्रेस के बीच आदिवासी राजनीति को लेकर टकराव और गहरा सकता है। अब देखना होगा कि बीजेपी की ओर से इस तीखे बयान पर क्या प्रतिक्रिया आती है।