कांग्रेस पार्टी से लक्ष्मण सेन द्वारा साझा की गई जानकारी से स्पष्ट है कि मोवा के आत्मानंद सरकारी स्कूलों में जलभराव की समस्या गंभीर रूप से बच्चों की पढ़ाई और, स्वास्थ्य सुरक्षा को प्रभावित कर रही है अगर ऐसे ही स्थिति बनी रही तो स्कूल परिसर में किसी भी प्रकार की घटना हो सकती हे क्या इसकी जिम्मेदारी स्थानीय पार्षद नेता या निगम प्रशासन लेगी
मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
बारिश के दौरान स्कूल परिसर और मैदान में गहरा पानी भर जाता है।
बच्चों और शिक्षकों को पानी से होकर गुजरना पड़ता है, कभी-कभी बच्चों को गोद में उठाकर लाना पड़ता है।
जलभराव से पुराने भवन और भी जर्जर हो रहे हैं, जिससे भविष्य में बड़ी दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है।
नालियों के जाम होने से जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह ठप है।
प्रशासनिक स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं हो रही, केवल पार्षदों के द्वारा फोटो सेशन जैसी दिखावटी गतिविधियाँ की जा रही हैं।
इस स्थिति से बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा है।
वहीं मोवा वार्ड के पार्षदों के द्वारा सिर्फ सोशल मीडिया पर फोटो सेशन किया जाता है