भारतमाला परियोजना घोटाला: ईओडब्ल्यू-एसीबी की 20 ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की गड़बड़ी उजागर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित भारतमाला परियोजना घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की संयुक्त कार्रवाई पूरी हो गई है। शुक्रवार को राजधानी रायपुर समेत राज्य के कई हिस्सों में एक साथ 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई। छापे के दौरान अधिकारियों के आवासों से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल, संपत्ति निवेश से संबंधित दस्तावेज और बैंक खातों की जानकारी बरामद की गई है।
जांच एजेंसी की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, इस मामले में पहले ही केस दर्ज किया जा चुका है। छापेमारी की यह कार्रवाई भारतमाला परियोजना में सामने आई मुआवजा घोटाले की जांच के तहत की गई, जिसमें किसानों को दी जाने वाली राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लगे हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह घोटाला करीब 43 करोड़ रुपये का है, जिसमें अफसरों और दलालों की मिलीभगत से मुआवजे की राशि में भारी हेराफेरी की गई।
इस मामले में रायपुर के निलंबित पटवारी लेखराम देवांगन के घर पर भी शुक्रवार सुबह 6 बजे से ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम मौजूद रही। देवांगन को भारतमाला परियोजना में अनियमितताओं के चलते पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
इसके अलावा कांकेर जिले के नरहरपुर ब्लॉक और अभनपुर के पूर्व एसडीएम निर्भय साहू के देवीनवागांव स्थित आवास में भी छापेमारी की गई। इस दौरान टीमों को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिनकी जांच जारी है।
ईओडब्ल्यू और एसीबी की इस बड़ी कार्रवाई ने एक बार फिर सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच एजेंसी अब जब्त दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
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