रायपुर नगर निगम के वार्ड क्र. 10 रानी लक्ष्मी बाई वार्ड के बीजेपी पार्षद देवदत्त द्विवेदी पर अवैध वसूली के आरोप लगे हैं, और कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई है जिसमें मकान निर्माण संबंधी 3 लाख रुपये की डील और जोन 9 के अध्यक्ष गोपेश साहू का जिक्र है। छत्तीसगढ़ की जनता और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर चर्चा है कि क्या यही बीजेपी की राजनीति है, खासकर स्थानीय स्तर पर ऐसी घटनाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है।वायरल कॉल रिकॉर्डिंग और आरोपवायरल ऑडियो में देवदत्त द्विवेदी, मकान निर्माणकर्ता अतुल मिनारल एवं सुमित खंडेलवाल के बीच पैसे की बातचीत सामने आई है।इसमें 3 लाख रुपये की वसूली और जोन 9 के अध्यक्ष का नाम लिया जा रहा है, जिससे मामले की गंभीरता बढ़ गई है।
वीडियो और ऑडियो के सामने आने के बाद प्रशासनिक जांच की मांग हो रही है और इस पर सुर्खियां बनी हैं।जनता और राजनीतिक प्रतिक्रियाजनता में इस विषय को लेकर नाराजगी देखी जा रही है और सोशल मीडिया पर बहस चल रही है कि क्या यही छत्तीसगढ़ में बीजेपी की असली राजनीति है। इस घटनाक्रम ने स्थानीय निकाय चुनावी राजनीति को भी प्रभावित किया है, और विपक्षी पार्टियां इसे मुद्दा बना रही हैं।
सुमित खंडेलवाल कौन हैं?उपलब्ध सूचना के अनुसार, सुमित खंडेलवाल इस डील की बातचीत में शामिल व्यक्ति हैं, लेकिन अभी सार्वजनिक रूप से उनकी राजनीतिक या सामाजिक पृष्ठभूमि को लेकर कोई विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।वे संभवतः स्थानीय स्तर के बिचौलिए या मेडीएटर के रूप में भूमिका निभा रहे हैं, जो अवैध वसूली प्रकरण में चर्चा में आए हैं।यह मामला भ्रष्टाचार और अवैध वसूली से जुड़कर न सिर्फ रायपुर में, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में बीजेपी की छवि और स्थानीय राजनीति पर सवाल उठा रहा है।